रतन टाटा के करीबी सहयोगी शांतनु नायडू को टाटा मोटर्स में एक महत्वपूर्ण पदभार सौंपा गया है। उन्होंने लिंक्डइन पर एक भावुक पोस्ट के जरिए यह खबर साझा की। अपने पोस्ट में नायडू ने लिखा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैं टाटा मोटर्स में महाप्रबंधक, प्रमुख – रणनीतिक पहल के रूप में एक नई जिम्मेदारी संभाल रहा हूं!”
बचपन की यादों से जुड़ा टाटा मोटर्स का सफर
ये भी पढ़े: बजट 2025: इनकम टैक्स में छूट से मिडिल क्लास को राहत वही बुजुर्गों को इनकम टैक्स में युवाओ से अधिक छूट, पढ़ें बजट में किसको क्या मिला और क्या हुआ सस्ता

नायडू ने टाटा मोटर्स के साथ अपने व्यक्तिगत जुड़ाव को भी साझा किया। उन्होंने लिखा, “मुझे याद है जब मेरे पिता अपनी सफेद शर्ट और नेवी ब्लू पैंट में टाटा मोटर्स प्लांट से घर लौटते थे, और मैं खिड़की पर उनका इंतजार करता था। अब यह सफर पूरा हो गया है।” इस पोस्ट के साथ उन्होंने टाटा नैनो के साथ अपनी एक तस्वीर भी साझा की, जो कि रतन टाटा के किफायती मोबिलिटी विजन का प्रतीक है।
रतन टाटा के साथ खास रिश्ता
शांतनु नायडू और रतन टाटा के बीच रिश्ता सिर्फ पेशेवर नहीं, बल्कि गहरे व्यक्तिगत संबंधों से भी जुड़ा था। जब रतन टाटा ने अपनी वसीयत में नायडू का नाम शामिल किया, तो यह उनके अटूट विश्वास और स्नेह का प्रमाण था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा ने नायडू की कंपनी गुडफेलोज में अपनी हिस्सेदारी छोड़ दी और उनके शिक्षा ऋण भी माफ कर दिए।
ये भी पढ़े: Donald Trump Tariff War: चीन में हाहाकार- भारत में बहार, चीन को धमकी… कनाडा-मेक्सिको पर टैरिफ बम, जानें भारत को क्या है फायदा?
गुरु को दी भावुक श्रद्धांजलि
9 अक्टूबर 2024 को मुंबई में संक्षिप्त अस्पताल प्रवास के बाद रतन टाटा के निधन पर, नायडू ने अपने गुरु को एक मार्मिक श्रद्धांजलि दी। उन्होंने दोनों की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “इस दोस्ती ने अब मुझमें जो कमी छोड़ दी है, मैं उसे भरने की कोशिश में अपनी बाकी जिंदगी बिता दूंगा। दुःख प्यार के लिए चुकाई जाने वाली कीमत है। अलविदा, मेरे प्रिय प्रकाशस्तंभ।”

शांतनु नायडू की इस नई जिम्मेदारी के साथ, टाटा मोटर्स को उनके अनुभव और विचारशील नेतृत्व से लाभ मिलेगा, वहीं वे रतन टाटा के सिद्धांतों और मूल्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प भी लेंगे।
ये भी पढ़े: Champions Trophy 2025: भारत-पाकिस्तान मैच की टिकट की कीमत 3 लाख रुपये तक पहुंची, रिपोर्ट में खुलासा