महाकुंभ Live: बैरिकेडिंग तोड़कर श्रद्धालु आगे बढ़े, प्रेमानंद पुरी महामंडलेश्वर मेले को सेना के हवाले कर दिया जाए, प्रशासन ने दी स्थिति सामान्य होने की जानकारी

महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है। मेला प्रशासन ने इस घटना पर बयान जारी करते हुए कहा कि अब हालात सामान्य हो चुके हैं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं।

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष का बयान: सरकार का कोई दोष नहीं
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवीन्द्र पुरी ने महाकुंभ में मची भगदड़ के लिए सरकार या प्रशासन को दोषी नहीं ठहराया। उन्होंने कहा कि जब इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र होते हैं, तो प्रशासन का सहयोग सभी को करना चाहिए और इस तरह के हादसों को टाला जा सकता था।

भीड़ का अत्यधिक दबाव: बैरिकेडिंग तोड़कर श्रद्धालु बढ़े

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महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की इतनी भारी भीड़ उमड़ी कि लोग सोते हुए श्रद्धालुओं पर बैरिकेडिंग तोड़कर चढ़ गए। इस दौरान कुछ लोगों की मौत भी हुई है, हालांकि प्रशासन ने अभी तक इन मौतों की पुष्टि नहीं की है।

अखाड़ा परिषद की अपील: गंगा में कहीं भी स्नान करें, पुण्य मिलेगा
महाकुंभ में भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे गंगा के किसी भी घाट पर स्नान करें, उन्हें अमावस्या के पुण्य का लाभ मिलेगा। यह अपील दी गई कि श्रद्धालु चाहे तो प्रयागराज की सीमा के बाहर भी गंगा में स्नान करके पुण्य प्राप्त कर सकते हैं।

स्पेशल ट्रेनों में भीड़: अतिरिक्त ट्रेनें चलाई गईं
मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर लाखों श्रद्धालु ट्रेन से प्रयागराज पहुंचे। आसपास के जिलों से भीड़ अधिक आने के कारण, प्रशासन ने मथुरा, झांसी, कानपुर और अन्य स्टेशनों से प्रयागराज के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाईं। श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए यात्री सेवा को सुचारु रखने के लिए यह कदम उठाया गया।

संगम क्षेत्र से बाहर लोगों को निकालने के लिए बैरिकेडिंग हटाई गई
महाकुंभ में भगदड़ के बावजूद संगम तट पर भारी भीड़ जमा है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को संगम क्षेत्र से बाहर निकालने के लिए कुछ बैरिकेडिंग हटा दी है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था और अधिक मजबूत हो सके और श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी की भावुक अपील


महाकुंभ में भगदड़ के बाद महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी भावुक हो गए और उन्होंने सरकार से मांग की कि इस मेले को सेना के हवाले कर दिया जाए। वे रोते हुए बोले कि प्रशासन को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना की मदद लेनी चाहिए। महाकुंभ में भगदड़ के बाद महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी भावुक हो गए। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, “अभी भी समय है, इस मेले को सेना के हवाले कर दिया जाए।” उनकी यह अपील इस घटना के बाद बढ़ी सुरक्षा और नियंत्रण की आवश्यकता को दर्शाती है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

सीएम योगी की श्रद्धालुओं से अपील
महाकुंभ भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे संगम नोज की ओर न जाएं और जहां हैं वहीं स्नान करें। उनका कहना था कि प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए श्रद्धालु सुरक्षित तरीके से स्नान करें।

पीएम मोदी की दोबारा सीएम योगी से बातचीत


महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद प्रशासन ने स्थिति पर पूरी नजर रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक घंटे के भीतर दो बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और राहत कार्यों के लिए निर्देश दिए। इसके बाद, उन्होंने एक बार फिर सीएम से अपडेट लिया ताकि हालात पर पूरी तरह से नियंत्रण रखा जा सके।

महाकुंभ में मची भगदड़ के बावजूद प्रशासन ने जल्दी से स्थिति को संभाल लिया है। इस हादसे ने यह साबित कर दिया कि इतने बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान सुरक्षा प्रबंधन की अहमियत अत्यधिक बढ़ जाती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति पर नजर रखी, और प्रशासन के साथ मिलकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास किए।

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