महाकुंभ 2025: उपराष्ट्रपति धनखड़ ने संगम में लगाई डुबकी, 77 देशों के प्रतिनिधि पहुंचे; अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने जताई नाराजगी, 2 और 3 फरवरी को भारी भीड़ के मद्देनजर महाकुंभ क्षेत्र में निजी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध, प्रशासन ने तीर्थयात्रियों के लिए तैनात की 7300 से अधिक बसें
मौनी अमावस्या पर हुए भगदड़ हादसे के बाद अब सभी की नजरें 3 फरवरी को वसंत पंचमी पर होने वाले अमृत स्नान पर टिकी हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने नए ट्रैफिक मैप और सख्त सुरक्षा उपायों के साथ तीर्थयात्रियों के लिए परेशानी मुक्त दर्शन सुनिश्चित करने की तैयारी की है। इस बीच, प्रयागराज में महाकुंभ क्षेत्र को नो-व्हीकल ज़ोन घोषित कर दिया गया है, जिससे निजी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए 7300 से अधिक बसों की व्यवस्था की है, हालांकि टिकटिंग प्रणाली में कुछ समस्याएं बनी हुई हैं।
संगम में उपराष्ट्रपति ने किया स्नान, सीएम योगी भी रहे साथ
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ महाकुंभ पहुंचे और संगम में पवित्र स्नान किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ रहे। स्नान के बाद योगी और धनखड़ ने पक्षियों को दाना भी खिलाया।
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77 देशों के 118 प्रतिनिधि पहुंचे महाकुंभ
महाकुंभ की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को देखते हुए 77 देशों के 118 डेलिगेट्स भी इस पावन आयोजन में भाग लेने पहुंचे। इस दौरान, लातविया के राजनीतिक और आर्थिक मामलों के प्रथम सचिव मार्क्स डीटॉन्स ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा—
“जब मैं भारत के बारे में सोचता हूं, तो इसे एक ऐसी जगह के रूप में देखता हूं, जहां मानवता पहली बार प्रकाश में आई। आज यहां आकर बहुत अच्छा लगा।”
नो-व्हीकल ज़ोन पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष की नाराजगी
कुंभ क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक से अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी नाराज दिखे। उन्होंने अधिकारियों से आपत्ति जताते हुए कहा—
“सुबह 7 बजे एक महिला महामंडलेश्वर की गाड़ी को रोका गया। कुछ लोग मेला खराब करने की साजिश कर रहे हैं। साधु-संतों की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा?”
उन्होंने मांग की कि भगदड़ की जांच कर रही न्यायिक कमेटी उनसे भी पूछताछ करे, ताकि वे अपनी बात रख सकें।
सीएम योगी ने भगदड़ स्थल का किया निरीक्षण
मौनी अमावस्या (28 जनवरी) की रात करीब 1:30 बजे संगम नोज इलाके में भगदड़ हुई, जिसमें सरकार के अनुसार 30 श्रद्धालुओं की मौत और 60 से अधिक घायल हुए थे। इस घटना के चार दिन बाद, सीएम योगी घटनास्थल पर पहुंचे और कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद से हादसे की विस्तृत जानकारी ली।
सीएम ने मौके पर करीब 10 मिनट तक अधिकारियों से चर्चा की और फिर सतुआ बाबा के पट्टाभिषेक समारोह में पहुंचे। संतों की सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा—
“कुछ लोग लगातार गुमराह कर सनातन धर्म के खिलाफ साजिशें रच रहे हैं, लेकिन सनातन धर्म का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता।”
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अपार भीड़
शनिवार को महाकुंभ का 20वां दिन था, और दोपहर 12 बजे तक 1.20 करोड़ श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके थे। 13 जनवरी से अब तक 32.66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
हवाई सर्वेक्षण कर सीएम ने दिए कड़े निर्देश
महाकुंभ में व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए सीएम योगी ने प्रयागराज की सड़कों का हवाई सर्वेक्षण किया और भीड़ प्रबंधन को लेकर अधिकारियों को बेहतर इंतजाम करने के निर्देश दिए।

उपराष्ट्रपति धनखड़ का भव्य स्वागत
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शनिवार को महाकुंभ पहुंचे। बमरौली एयरपोर्ट पर आगमन के बाद, वे हेलिकॉप्टर से डीपीएस ग्राउंड पहुंचे, जहां सीएम योगी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने संगम स्नान और गंगा पूजन में भाग लिया।
महाकुंभ के अगले बड़े स्नान पर्व की तैयारियां जोरों पर
अब प्रशासन का पूरा ध्यान 3 फरवरी को वसंत पंचमी पर होने वाले अमृत स्नान पर है। सरकार तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुगम यात्रा के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। 🚩
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