वसंत पंचमी के अवसर पर महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान में श्रद्धालुओं का विशाल जनसैलाब उमड़ पड़ा। साधु-संतों, महामंडलेश्वरों और नागा संन्यासियों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई और स्नान के बाद दान-पुण्य किया। हर-हर गंगे, बम बम भोले और जय श्री राम के गगनभेदी जयघोष से पूरा मेला क्षेत्र गूंज उठा।
श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा

वसंत पंचमी के इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति को नमन करते हुए हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के अनुसार, सुबह 8 बजे तक 62.25 लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके थे, जबकि 2 फरवरी तक 34.97 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी।
अखाड़ों का भव्य स्नान

महाकुंभ के तीसरे और अंतिम अमृत स्नान पर्व पर सभी प्रमुख अखाड़ों ने संगम में स्नान किया। सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़े के संतों ने भोर में साढ़े चार बजे स्नान किया। इसके बाद पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा और अन्य अखाड़ों के साधु-संतों ने डुबकी लगाई। जूना अखाड़े के साथ किन्नर अखाड़ा भी शामिल रहा, जिसने पूरे उत्साह और आस्था के साथ संगम में स्नान किया।
श्रद्धालुओं की भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था
त्रिवेणी संगम पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हर तरफ आस्था, उत्साह और उल्लास का माहौल था। संगम नोज, लाल मार्ग, काली मार्ग और त्रिवेणी मार्ग पर भक्तों का रेला संगम की ओर बढ़ता नजर आया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने इस बार अखाड़ों के लिए सेफ कॉरिडोर बनाया, ताकि शाही जुलूस के दौरान आम श्रद्धालु रास्ते में न आएं।
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सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के लिए पुलिस, पैरामिलिट्री, होमगार्ड, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस और यूपी एसटीएफ के जवानों को तैनात किया गया।
विदेशी श्रद्धालुओं की भागीदारी
महाकुंभ के इस दिव्य आयोजन में विदेशी श्रद्धालुओं ने भी भाग लिया। इटली, क्रोएशिया और ऑस्ट्रिया से आए तीर्थयात्रियों ने संगम में डुबकी लगाई और भारतीय संस्कृति में पूरी तरह रम गए। उन्होंने इस अनुभव को अविस्मरणीय और जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर बताया।
सीएम योगी की सक्रिय निगरानी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमृत स्नान की व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए तड़के साढ़े तीन बजे अपने सरकारी आवास स्थित वॉर रूम में बैठक की। उन्होंने डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह और अन्य अधिकारियों से अपडेट लिया और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने प्रशासन को सख्त हिदायत दी कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनी रहे।
वसंत पंचमी पर बने शुभ योग
इस पावन अवसर पर कई दुर्लभ शुभ योग बने, जिनमें रवि योग, ब्रह्म मुहूर्त और अमृत काल प्रमुख रहे। यह दिन स्नान और दान-पुण्य के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
महाकुंभ 2025 का तीसरा अमृत स्नान वसंत पंचमी के अवसर पर भव्य और दिव्य तरीके से संपन्न हुआ। संगम में उमड़ा आस्था का जनसैलाब, नागा संन्यासियों की शाही डुबकी, हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा और भक्तों की अविरल श्रद्धा इस आयोजन को ऐतिहासिक बना गई। श्रद्धालुओं के जयघोष से पूरा कुंभ क्षेत्र भक्तिमय हो उठा और यह आयोजन विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम के रूप में एक बार फिर अपनी गरिमा को सिद्ध कर गया।
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