प्रयागराज महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है। इस अवसर पर करोड़ों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए एकत्र होते हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। प्रशासन ने महाकुंभ क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया है। इसके अलावा, सुरक्षा में सेना के कमांडो, एक लाख पुलिसकर्मी, पैरा मिलिट्री फोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एंटी-ड्रोन सिस्टम, AI बेस्ड CCTV कैमरे और गोताखोरों को तैनात किया गया है।
सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में सुरक्षा की तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है। संगम क्षेत्र और आसपास के इलाकों में NSG (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) और ATS (एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड) के कमांडो तैनात किए गए हैं। स्नाइपर्स, ड्रोन कैमरे, घुड़सवार पुलिस और महिला कमांडो भी सुरक्षा का हिस्सा हैं।
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पुलिस और पैरामिलिट्री बल की तैनाती

- एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की विशेष टीमें भीड़ प्रबंधन और आपात स्थितियों के लिए मौजूद हैं।
- करीब 1 लाख पुलिसकर्मी और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान सुरक्षा में तैनात हैं।
- घुड़सवार पुलिस और स्नाइपर्स की तैनाती की गई है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
- संगम नोज पर विशेष पुलिस टीमों को भीड़ नियंत्रण के लिए तैनात किया गया है।
मेला क्षेत्र में सुरक्षा चौकियां और थाने
- पूरे मेला क्षेत्र को 10 जोन, 25 सेक्टर, 56 थाने और 155 चौकियों में बांटा गया है।
- प्रत्येक जोन और सेक्टर में BDS (बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वॉड) और एंटी-सबोटाज टीमें मुस्तैद रहेंगी।
- किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनएसजी और एटीएस कमांडो भी तैनात किए गए हैं।
जल सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम
- संगम क्षेत्र में 100 से अधिक प्रशिक्षित गोताखोर तैनात किए गए हैं।
- श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सादी वर्दी में पुलिसकर्मी घाटों पर निगरानी करेंगे।
श्रद्धालुओं का जनसैलाब और स्नान की भव्यता संगम पर भक्तों की भारी भीड़

मौनी अमावस्या के पहले ही 4 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। यूपी सरकार के मुताबिक, 31 जनवरी सुबह 6 बजे तक संगम में डुबकी लगाने वालों की संख्या 6 करोड़ से ज्यादा हो गई थी। कुल मिलाकर, अब तक 22 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।
शाही स्नान का विशेष महत्व
मौनी अमावस्या पर अखाड़ों के साधु-संत संगम के पवित्र जल में शाही स्नान किया। अलग-अलग अखाड़ों के संत, महामंडलेश्वर और नागा साधु अपने-अपने नियत घाटों पर स्नान किया। यह नजारा देखने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
ड्रोन से पुष्पवर्षा और महाकुंभ का विहंगम दृश्य

महाकुंभ 2025 में योगी सरकार ने श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए आकाश से पुष्पवर्षा कराने की योजना बनाई है।25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों से श्रद्धालुओं पर 5 से 6 बार पुष्पवर्षा की जाएगी। सुबह 6:30 से 7:00 बजे के बीच पहली पुष्पवर्षा होगी, इसके बाद श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुष्पवर्षा की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
ड्रोन कैमरों से महाकुंभ का विहंगम दृश्य (Aerial View Drone Shots) भी लिया जा रहा है, जिससे संगम तट पर उमड़े जनसैलाब का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है।
नो फ्लाइंग जोन और एंटी-ड्रोन सुरक्षा
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महाकुंभ क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया है।
ड्रोन हमले की आशंका को देखते हुए एंटी-ड्रोन सिस्टम को तैनात किया गया है। AI आधारित CCTV कैमरों से संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
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