दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो चुकी है। हर पार्टी अपनी चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही है। इसी बीच, केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने शनिवार को बीजेपी का संकल्प पत्र 3.0 लॉन्च किया। इस घोषणा पत्र में दिल्लीवासियों के लिए कई बड़े वादे किए गए हैं।
50 हजार सरकारी नौकरियां और महाभारत कॉरिडोर
भाजपा ने दिल्ली में सत्ता में आने पर 50 हजार सरकारी नौकरियों की व्यवस्था करने का वादा किया है। इसके साथ ही, महाभारत कॉरिडोर और यमुना रिवरफ्रंट के निर्माण का ऐलान भी किया गया है। भाजपा ने इसे दिल्ली के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।

यमुना नदी की सफाई और अवैध कॉलोनियों को हक दिलाने का वादा
घोषणा पत्र में भाजपा ने यह भी कहा है कि सत्ता में आने के बाद यमुना नदी को तीन साल में पूरी तरह साफ कर दिया जाएगा। साथ ही, दिल्ली की 1700 से अधिक अवैध कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को कानूनी हक दिलाने का भरोसा दिया गया है।
13 हजार दुकानों की सील हटाने का वादा
दिल्ली में सील की गई 13 हजार दुकानों को दोबारा खोलने का वादा भी भाजपा के संकल्प पत्र में किया गया है। यह कदम व्यापारियों के हित में उठाया जाएगा, ताकि वे अपनी आजीविका को दोबारा शुरू कर सकें।
पाकिस्तानी शरणार्थियों के लिए राहत
पाकिस्तानी शरणार्थियों के लिए भाजपा ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि उन्हें मालिकाना हक दिलाया जाएगा। वर्तमान में ये लोग लीज पर रह रहे हैं। भाजपा ने भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
अरविंद केजरीवाल पर निशाना
घोषणा पत्र जारी करते हुए अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जैसे झूठे व्यक्ति को उन्होंने कभी नहीं देखा। उन्होंने दिल्ली सरकार पर विकास कार्यों में विफलता का आरोप लगाया।
भाजपा की विकास योजनाएं

घोषणा पत्र में भाजपा ने दिल्ली के विकास को प्राथमिकता देने की बात कही है। यमुना नदी की सफाई, महाभारत कॉरिडोर, अवैध कॉलोनियों को हक दिलाना, और सील की गई दुकानों को दोबारा खोलना भाजपा के प्रमुख एजेंडे हैं।
दिल्ली चुनाव में भाजपा ने इस बार अपने संकल्प पत्र को तीन भागों में विभाजित किया है। यह तीसरा और अंतिम भाग है, जिसमें रोजगार, विकास और नागरिकों के अधिकारों से संबंधित वादे किए गए हैं। भाजपा के इस कदम को चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जो मतदाताओं को लुभाने के लिए तैयार किया गया है।
दिल्ली में चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प हो चुका है। अब देखना होगा कि भाजपा के ये वादे जनता को कितना प्रभावित करते हैं और चुनावी परिणामों में इसका क्या असर पड़ता है।
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